पादरी के घर से साढ़े छह करोड़ रुपये गायब करने का मामला, दोनों फरार एएसआई केरल पुलिस ने दबोचे
जालंधर के पादरी एंथनी मैडासरी के घर छापामारी के दौरान बरामद 16.65 करोड़ में से लगभग साढ़े छह करोड़ रुपये गायब होने के मामले में मुख्य आरोपी पंजाब पुलिस के दो एएसआई जोगिंदर सिंह और राजप्रीत सिंह को केरल में गिरफ्तार कर लिया गया। केरल पुलिस ने कोच्चि शहर स्थित होटल कासा लिंडा से दोनों को दबोचा। सूचना मिलने के बाद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख पीके सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस दल केरल रवाना कर दिया है। यह जानकारी मंगलवार को डीजीपी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर की।इस मामले में मोहाली स्थित स्टेट क्राइम थाने में एक मुखबिर समेत चार लोगों को आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी। इनमें से मुखबिर सुरिंदर सिंह और मुख्य आरोपियों के मददगार एएसआई दिलबाग सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की दो कारें भी बरामद की थीं। इनमें से एक हुंडई वरना कार है जिसमें पादरी के घर से पैसे लेकर एएसआई जोगिंदर, राजप्रीत और मुखबिर सुरिंदर 29 मार्च को जालंधर-मोगा मार्ग से खन्ना पहुंचे थे। दूसरी कार मारुति स्विफ्ट है। यह खन्ना निवासी एएसआई दिलबाग सिंह की है। इसी कार के जरिये रकम को खुर्दबुर्द किया गया था।
जांच के दौरान वारदात की कड़ियां जोड़ते हुए एसआईटी ने पाया कि पादरी के घर से रुपये लेकर जब तीनों आरोपी खन्ना पहुंचे तो एएसआई जोगिंदर सिंह ने दिलबाग को फोन करके उसे अपनी कार लाने को कहा। आरोपियों ने पैसे अपनी वरना कार से दिलबाग की कार में रख दिए और उसे लेकर चले गए। 30 मार्च को आरोपियों ने दिलबाग को उसकी कार लौटा दी। एसआईटी द्वारा इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर दिलबाग और तीनों आरोपी खन्ना में एक साथ दिखे। तभी से दिलबाग एसआईटी के रडार पर आ गया था। इसी दौरान दोनों मुख्य आरोपी जोगिंदर और राजप्रीत अपने परिवारों सहित गायब हो गए। दोनों ने मोहाली कोर्ट में जमानत के लिए याचिका भी दाखिल की थी लेकिन अदालत ने याचिका खारिज कर दी।