आरटीआई से खुलासा, न्यू चंडीगढ में स्थित अम्बिका रियलकौन पर करोडो के घोटाले के आरोप

आरटीआई कार्यकर्ता परमिन्दर सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बहु करोडी घोटाला होने का दावा करते हुए।
सी.ऐल.यू. जारी करवाकर बनाया रिहायशी प्रोजैक्ट और बैंक से लिया करोडों रुपए कर्ज. सडक की जगह बिल्डिंग बनाने के आरोप
कंपनी डायरेक्टरों पर पहले भी हो चुका है धोखाधडी का मामला दर्ज, कंपनी के लीगल एडवाइजर ने नकारे सभी आरोप
न्यू चंडीगढ/जगदीश सिंह कुराली : चंडीगढ के साथ लगते शिवालिक की पहाडियों में बसा कसबा मुल्लांपुर गरीबदास में बसाए जा रहे अति आधुनिक शहर न्यू चंडीगढ़ जो आज आधुनिक प्रोजेक्टों एवं सहूलतों से लैस होने के साथ ही चंडीगढ के साथ संटे होने के कारण देश भर के निवेशकों की पहली पसंद बनने के कारण चर्चा में बना हुआ है, वही भू-माफिया द्वारा माल महकमे के साथ मिलीभुगत कर सरकार एवं निवेशकों को करोडों रुपए का चूना लगाए जाने की खबरो के कारण यह क्षेत्र अब सुर्खियों में छाया हुआ है । आरटीआई कार्यकर्ता परमिन्दर सिंह निवासी लुधियाना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बहु करोडी घुटाले का आर.टी.आई. के द्वारा प्रदाफाश करने का दावा किया है। पत्रकारों से जानकारी सांझी करते हुए परमिंदर सिंह व् उनके साथियो ने बताया कि रियल अस्टेट कंपनी अम्बिका कौन ने सरकार द्वारा 2012 में सडक के लिए एक्वायर की गई भूमि के क्षेत्रफल पर गमाडा के साथ मिलीभुगत करके अपना रिहायशी प्रोजैक्ट बनाना शुरू करते हुए कंपनी द्वारा इस प्रोजैक्ट के लिए बैंक से करोडों रुपए का लोन भी ले लिया गया है । उन्होंने दावा किया कि कंपनी के मालिकों द्वारा गमाडा केअधिकारियों के साथ मिलिभुगत करके जहाँ सरकार को करोडों का चूना लगाया जा रहा है, वही पर आधुनिक सुविधाओं से लैस नये बसाए जा रहे इस शहर पर इस कंपनी द्वारा धोखाधडी का काला धब्बा लगाए जाने के कारण आज निवेशकों में सहम का माहौल पाया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इस धोखाधडी में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि जो जमीन का कुछ हिस्सा पंजाब सरकार द्वारा सडक के लिए एक्वायर करके भूमि के मालिकों को सरकार द्वारा भूमि की कीमत भी चुकाई जा चुकी है, उस जमीन का गमाडा की तरफ से सी.ऐल.यू. देना एवं कंपनी द्वारा उन्ही खसरा नंबरों पर बैंक से करोडों रुपए का लोन लेना एक अन सुलझी बुझारत बन गया है । इन्होने बताया कि इस कंपनी का कुछ महीने पहले एक जाली इकरारनामो के आधार पर जमीन तक्सीम का मामला भी सुर्खियों में आया था, जिस में माल महकमो के तहसीलदार और पटवारियों पर धोखाधडी का मामला दर्ज हो चुका हैं । अब इस मामले के अंतर्गत जिस जमीन में अम्बिका कंपनी का रहायशी बहुमंजिला प्रोजैक्ट बन रहा है, उस जमीन का कुछ हिस्सा गमाडा द्वारा बनाए गए मास्टर प्लान के हिसाब से पहले ही सरकार द्वारा सडक के लिए एक्वायर किया जा चुका है । परमिन्दर सिंह ने आर.टी.आई. के जवाब में मिले दस्तावेज पत्रकारों को दिखाते हुए बताया कि डी.सी. मोहाली को इस धोखाधडी की लिखित शिकायत कर कंपनी के डायरेक्टरों एवं अन्य आधिकारियों के खिलाफ सखत कार्यवाही की माँग करते हुए इस सारे घोटाले की उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है । उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर इस बहु करोडी घुटाले से अनजान जिला प्रशासन ने हरकत में आते हुए जिला डिप्टी कमिशनर द्वारा एस.डी.एम खरड को इस घोटाले की जांच सोंपी गई है । इन्होने बताया कि अम्बिका टीम ने गमाडा आधिकारियों की आँखों में धूल झोंक कर जिस भूमि पर सडक बनाई जानी थी, उस भूमि का भी धोखे से सी.एल.यू. करवा लिया ओर कंपनी ने अन्य भूमि के साथ ही सरकार द्वारा एक्वायर किए गए खसरा नंबर को भी शामिल करके एक बैंक ब्रांच से करोडों रुपए का कर्ज हासिल कर लिया ।
क्या कहना है अम्बिका कंपनी के लीगल एडवाइजर का
जब इस पुरे मामले सवंधी कंपनी के मालिक दिवाकर बंसल के फोन पर संपर्क करना चाहा तो उनसे बात नहीं हो सकी तो अम्बिका रियाल कौन कंपनी के लीगल एडवाइजर हर्ष भगवत के साथ बातचीत की तो उन्होंने बताया कि कंपनी का प्रोजेकट कानून बिलकुल सही है यह गमाडा की जमीन एक्वायर करने के समय कि कागजी गलती है जिस को वह ठीक करवा रहे है उन्होंने कहा कि उनके विरोधी झूठा बेतुका प्रचार कर हमारे प्रोजेकट को बदनाम कर रहे है जब कि हमारा काम बिलकुल सही है उन्होंने कहा कि जो भी गलती है वह गमाडा की है।
जब इस पुरे मामले के बारे में नायब तहसीलदार जसकरण सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि यह क्लेरिकल मिस्टेक हुई है। इस पुरे मामले की जाँच चल रही है जाँच उपरांत जो रिपोर्ट आएगी उसके बाद वैसी कारवाई की जायेगा । इस पुरे मामले में गमाडा से लिखती मिस्टेक हुई है ।
जब इस बाबत गमाडा के जेई से बात करनी चाही तो उनसे बात नहीं हो सकी।