एसडीएम ने पटाखा मार्किट का दौरा कर लाइसेंस किये चेक

एसडीएम हिमांशु जैन आतिशबाजी की दुकानों के लाइसेंस चेक करते हुए।
जगदीश सिंह कुराली: खरड तहसील में बतौर एसडीएम का चार्ज संभालने के बाद आईएएस हिमाँशु जैन जिन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा में 44 व् स्थान प्रपात किया था और ऐमजॉन गूगल का वह 22 लाख रुपए का सालाना पैकेज भी छोड चुके है उन्होंने मनदीप सिंह तहसीलदार खरड व् एसएचओ कुलवंत सिंह के साथ कुराली शहर में स्थित होलसेल पटाखों की दुकानों के लाइसेंस चेक कर,अंडर ग्राउंड फिटिंग,आग बुझाने वाले यंत्र,पानी के प्रवंधो का जायजा लिया । इस मौके कुछ दुकानदारों के पास लाइसेंस से जायदा आतिशबाजी देख एसडीएम ने उन्हें हिदायत दी की अपनी दुकानों में प्रशासन द्वारा जारी लाइसेंस से जायदा बारूद न भरे नहीं तो उनपर कारवाई की जाएगी।
डिप्टी कमिशनर,एसडीएम मोहाली व् डीएसपी कर चुके है पटाखा मार्किट का दौरा
बटाला में हुए हादसे के बाद एसडीएम हिमांशु जैन से पहले जिले के डिप्टी कमिश्नर गरीश दयालन,एसडीएम मोहाली जगदीप सहगल व् डीएसपी खरड भी आतिशबाजी की दुकानों का दौरा कर चुके है पर एक बार आने के बाद वह दुबारा यहाँ नहीं आये और न ही आज तक किसी पर कोई कारवाई की गयी।
गोदामों तक पहुँच करने में असमर्थ रहा प्रशासन
बेशक प्रशासन के अधिकारी बडे बडे दावे करते नहीं थकते पर कही न कही उनकी कारवाई भी सवालों के घेरे में घूमती हुई नजर आती है क्योकि शहर में बारूद के गोदाम रिहायशी मोहल्लो में है जहां कोई हादसा होने पर फायर ब्रगेड भी नहीं पहुँच पायेगी पर प्रशासन के अधिकारी आज तक गोदामों तक पहुंच नहीं कर सके।
शहर में आज तक नहीं आयी फायर ब्रगेड की गाडी
बेशक प्रशासन के अधिकारी बार बार मौके देखने यहाँ आ चुके है हर बार फायर ब्रगेड की गाडी के सवाल पर वह बहाना बना देते है कि चंद दिनों में शहर में फायर ब्रगेड की गाडी यहाँ खडी की जायेगी पर असलियत यह है कि आज तक शहर में कोई फायर ब्रगेड की गाडी नहीं पहुंची।
आतिशबाजी की दुकान में पडे बारूद का अंदाजे से किया जा रहा बजन
प्रशासन की और से आतिशबाजी की दुकानों को तो चेक किया जाता है पर उनकी दुकानों में पडे बारूद का अफसर अंदाजे से ही नाप तोल करते हुए नजर आते है और अपनी कारवाई शायद खानापूर्ति तक ही सिमित रखना चाहते है ।
रात को उतरता है यहाँ बारूद
बेशक प्रशासन के अधिकारी दिन में चौकसी दिखाने की बाते करते है पर रात के समय 10 टायर वाले बडे ट्रको में भरा बारूद शिवाकाशी से आकर आतिशबाजी की दुकानों में और गोदामों में उतारा जा रहा है। जिस बाबत भी प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है क्योकि दुकानदारों के पास लाइसंस से जायदा मॉल उन ट्रको में होता है ।