रयात -बाहरा यूनिवर्सिटी में खूनदान कैंप का आयोजन

खूनदान कैंप के दौरान मुख्य महमान सी.एस. तलवार ख़ूनदानियों को बैज लगाते हुए। उनके साथ उपस्थित रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डा. दलजीत सिंह
जगदीश सिंह कुराली :रयात -बाहरा यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मैडीकल एंड अलॉईड विज्ञान की तरफ से इंडियन रैड्ड क्रास सोसायटी, पंजाब स्टेट रैड्ड क्रास ब्रांच,चंडीगढ के सहयोग के साथ जलियावाला बाग के शहीदों की याद में एक खूनदान कैंप का आयोजन किया गया।
इस खूनदान कैंप में विद्यार्थियों और फेकल्टी सदस्यों ने 151 यूनिट ख़ून दान किया और कुल 221 ने अपना नाम रजिस्टर करवाया। इस खूनदान कैंप में माहिर डा1टरों की टीम ने ख़ून एकत्रित किया।
इस कैंप का उद्घाटन इंडियन रैड्ड क्रास सोसायटी, पंजाब रैड्ड क्रास ब्रांच के सचिव सी.एस. तलवार और रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डा. दलजीत सिंह ने किया। इस मौके उनके साथ यूनिवर्सिटी स्कूलज़ के डीन और डायरैक्टर भी उपस्थित थे।
इस मौके सी.एस. तलवार ने कहा कि हर साल हमारे देश को 5 करोड़ यूनिट ख़ून की ज़रूरत होती है,जबकि उपलब्धता सिफऱ् 2.5 करोड़ यूनिट है। इस लिए उपलब्धता और माँग के बीच के अंतर को भरने के लिए ख़ून दान को प्रफुल्लित करने की ज़रूरत है।
वाईस चांसलर डा. दलजीत सिंह ने कहा कि इस समय करीब आठ मुख्य ख़ून की किस्में हैं। यह संकेत करता है कि सही किस्म का ख़ून सही समय पर उपलब्ध होना चाहिए। इस लिए लोगों की जान बचाने के लिए ख़ून दान करना कितना महत्वपूणर््ा है, इस लिए आम जनता को जागरूक करना पड़ेगा।
यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मैडीकल एंड अलॉईड विज्ञान की डीन डा. शाईना वर्मा ने कहा कि एक ख़ून दानी को यह जानना बहुत ज़रूरी है कि एक बार खूनदान करने और दूसरे के बीच 180 दिन का अंतराल होना चाहिए।
रयात -बाहरा ग्रुप के चेयरमैन स.गुरविन्दर सिंह बाहरा ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि खूनदान करने के साथ न सिफऱ् शरीर निरोग रहता है ,बल्कि ज़रूरतमन्द लोगों की भी सहायता की जा सकती है। खूनदान हमारी एक सामाजिक जि़म्मेदारी भी है। इस लिए हर मनुष्य को खूनदान ज़रूर करना चाहिए।
इस कैंप दौरान कैंपस के सभी विभागों के विद्यार्थियों के इलावा फेकल्टी सदस्यों ने खूनदान किया।
इस मौके अन्य के इलावा यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार और प्रो वाईस चांसलर ए.सी.वैद और प्रो वाईस चांसलर डा.मनोज मनूजा आदि हाजर थे।