घसीटपुर के रहने वाले दलित मैकेनिक सविंदर सिंह ने सदर थाना के एसएचओ सुखराज सिंह पर लगाए आरोप

बटाला 5 जुलाई (दमन पाल सिंह) घसीटपुर के रहने वाले दलित मैकेनिक सविंदर सिंह ने सदर थाना के एसएचओ सुखराज सिंह पर आरोप लगाए है कि एसएसपी बटाला ओपिंदरजीत सिंह घुम्मन के सख्त आदेशों के बावजूद एसएचओ सुखराज सिंह उसे इंसाफ नहीं दे रहा। पीड़ित मैकेनिक सविंदर सिंह ने कहा कि उसे सरेआम दुकान से किडनैप कर एक घंटा तक जानवरों की तरह टार्चर करने वाले दबंगों के खिलाफ बनती संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज करने बजाए एसएचओ उलटा उस पर आरोपियों के साथ थाने में बैठ कर समझौता करने व आरोपियों के खिलाफ एसएसपी से शिकायत वापिस लेने का दबाव बना रहा है।
सविंदर सिंह ने आरोप लगाते बताया कि घसीटपुर गांव में ही रहने वाले दो भाइयों के साथ उसका मामूली सा विवाद
था। तीन जून को दोनो में से एक भाई ने उसक दुकान पर घुस कर उसके साथ जम कर मारपीट की विरोध करने पर उसने पिस्तौल से धमकाया। इस संबंध में उसने चार जून को एसएसपी बटाला को शिकायत दे दी। एसएसपी को शिकायत देने पर दोनो दबंग भाई भड़क गए। इसके बाद 16 जून को दोनो भाई अपने चाचा व एक पड़ोसी के साथ हरदो झंडे में स्थित उसकी दुकान पर आ धमके। चारों ने उसकी दुकान में तोड़फोड़ की और उसे पीटते हुए सरेआम दुकान से किडनैप कर वहां से ढाई किलोमीटर दूर गांव घसीटपुर में अपने खेतों में स्थित मोटर पर ले आए। यहां ला कर उसे करीब एक घंटा जानवरों की तरह बुरी टार्चर किया गया। उसे हथियारों से जान से मारने के इरादे से जम कर पीटा। उसे पीटने के दौरान दोनों दबंग भाई कह रहे थे कि तुम अब हमारे खिलाफ एसएसपी को शिकायत कर थाने में हमारे बराबर बैठोगे, यह उन्हें बरदाश्त नहीं। दोनो भाइयों ने उसे जम कर जातिसूचक गालियां दी। वह उसे अधमरी हालत में पास के खेतों में फैंकने जा रहे थे कि उसका भाई रास्ते में उन्हें मिल गया और दबंगों की मिन्नतें कर उसे किसी तरह से उनके चंगुल से छुड़ा कर सिविल अस्पताल बटाला दाखिल करवाया।
पीड़ित सविंदर सिंह ने कहा कि सिविल अस्पताल में भी उसकी कोई सुनवाई नही हुई। वहीं बाद थाना सदर पुलिस ने इंसाफ करने की बजाए एक मंत्री के चहेते नेताओं के दबाव में आ कर महज 323 की धारा के तहत डीडीआर दर्ज कर दबंगों के खिलाप कोई कार्रवाई नहीं की। सविंदर सिंह ने बताया कि इसके बाद वह इंसाफ के लिए एसएसपी बटाला ओपिंदरजीत सिंह घुम्मन के पास फरियाद लेकर गया और उन्हें सारी आपबीती बताई। इसके बाद एसएसपी घुम्मन ने उसी समय एसएचओ सदर की खिंचाई करते हुए इस मामले में निक्ष्पक्ष तरीके से जांच कर उचित धाराओं के तहत दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद एसएसपी ने उसे एसएचओ सदर सुखराज सिंह को मिलने के लिए कहा और उसे विश्वास दिलाया कि उसे इंसाफ मिलेगा। सविंदर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी हुई किडनैपिंग और टार्चर की एसएसपी के आदेशों पर निक्ष्पक्ष जांच कर उसे इंसाफ देने की बजाए एसएचओ सदर उस पर थाने में दबंगों के साथ बैठ कर समझौता करने के लिए दबाव बना रहा है। पीड़ित सविंदर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसएचओ सदर उसकी पैरवी करने वालों को कह रहा है कि मंत्री के करीबी कांग्रेसी नेता चाहते हैं कि समझौता हो जाए, इसलिए इस मामले में शिकायत वापिस ले कर मिलबैठ कर समझौता किया जाए। पीड़ित सविंदर सिंह ने कहा कि उसे सरेआम किडनैप किया गया उसे जानवरों की तरह टार्चर किया गया और किस्मत से वह बच गया। पीड़ित सविंदर सिंह ने कहा कि एसएचओ सुखराज अपने जिस्म पर पहनी खाकी वर्दी का धर्म निभाए और उसके साथ इंसाफ करे न कि मंत्री के चहेते नेताओं की कठपुतली बन कर थाने में बैठ कर इंसाफ का गला घोंटे।
क्या कहा एस एच ओ ने :
थाना सदर के एसएचओं सुखराज सिंह ने कहा कि उन्होने ने किसी पर भी समझोते के लिए दबाव नही डाला जा रहा, सविंदर सिंह की और से उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद व झूठे है। एसएचओं ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।

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